Draft:श्री चित्रगुप्त पीठाधीश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज

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Born 1 April 1972

Raebareli UttarPradesh

Religion Hinduism

Founder of श्री चित्रगुप्त मिशन ट्रस्ट एवं श्री चित्रगुप्त वेलफेयर फाउंडेशन

Website https://shreechitraguptpeeth.org/

श्री चित्रगुप्त पीठाधीश्वर स्वामी सच्चिदानंद महाराज

श्री चित्रगुप्त पीठाधीश्वर स्वामी सच्चिदानंद (1 अप्रैल 1972) भारत के रायबरेली में जन्मे स्वामी सच्चिदानंद का जन्म का नाम संजीव कुमार सक्सेना था बाल्यकाल से ही वह अपने ईस्ट भगवान श्री चित्रगुप्त जी से बहुत प्रभावित थे साथ ही स्वामी विवेकानंद जी को अपना आदर्श मानते थे एवं राष्ट्रहित में कार्य करने के लिए वह नेताजी सुभाष चंद्र बोस के क्रांतिकारी विचारों से बहुत प्रभावित हुये उन्होंने अपने माता-पिता को दिए गए वचन के अनुसार 50 वर्ष की आयु पूर्ण होते ही सन्यास ग्रहण किया और अपने ईष्ट भगवान श्री चित्रगुप्त जी की संसार की प्रथम पीठ स्थापित करने का संकल्प लेकर निकल पड़ेl कई स्थानों का भ्रमण करने के पश्चात स्वामी विवेकानंद जी की ज्ञान स्थली देवभूमि उत्तराखंड के काकडी घाट पहुंचे और प्रभु में लींन हो गए उनको ईश्वर के दर्शन हुए और उत्तर प्रदेश के धर्मिक- आध्यात्मिक नगरी वृंदावन मथुरा में वह अपने ईस्ट संसार के समस्त प्राणियों को उनके कर्मों के आधार पर फल देने वाले देवता समस्त ग्रह नक्षत्र के स्वामी धर्मराज भगवान श्री चित्रगुप्त जी संसार की प्रथम पीठ की स्थापना के कार्य में लग गए साथ ही जगह-जगह जाकर प्रभु की महिमा का वर्णन एवं प्रभु की कथा करते हुए हर मन श्री चित्रगुप्त हर घर श्री चित्रगुप्त का अपना संकल्प पूरा करने हेतु उन्होंने श्री चित्रगुप्त मिशन ट्रस्ट एवं श्री चित्रगुप्त वेलफेयर फाउंडेशन की स्थापना की जिसके माध्यम से संपूर्ण संसार में पुनः सनातन धर्म को स्थापित करने का संकल्प लेते हुए प्रभु की भव्य पीठ में प्रभु के मंदिर की स्थापना के साथ-साथ गुरुकुल विद्यालय, बुजुर्ग माता-पिता के लिए घर -आंगन आश्रय केंद्र, वैदिक विवाह स्थल एवं श्री चित्रगुप्त शोध - चिंतन संस्थान की स्थापना की!

उत्तर प्रदेश के एक उच्च वर्गीय कायस्थ परिवार मे स्वामी सच्चिदानंद जी का जन्म हुआ प्रारंभिक परीक्षा शिक्षा उन्नाव जिले में एवं माध्यमिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के बरेली एवं महर्षि महेश योगी जी के शिक्षण संस्थान से कानून की शिक्षा प्राप्त की एवं जीवन के 30 वर्ष तक व्यवसाय में अपना जीवन में व्यतित किया अघोर पंथ के गुरु अवधूत श्री कपाली जी महाराज एवं नेपाल के पशुपति अखाड़ा के प्रमुख ब्रह्मऋषि गौरी शंकराचार्य जी महाराज द्वारा दीक्षा ग्रहण कर सांसारिक मोह माया त्याग सन्यास ग्रहण किया पशुपति अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर जैसे अति महत्वपूर्ण पद पर को विभूषित करते हुए संपूर्ण भारत वर्ष में सनातन के प्रचार प्रसार के लिए यात्रा प्रारंभ की 10 वर्षों तक अखिल भारत हिंदू महासभा के उत्तर भारत के प्रभारी रूप के रूप में कार्य करते हुए राष्ट्रहित में कई बड़े कार्य किए जिसमें प्रमुख रूप से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की कार स्वामी चक्रपाणि जी के साथ नीलामी में मुंबई से लाकर गाजियाबाद में जलाकर आतंकवाद के खिलाफ संदेश दिया धारा 370 हटवाने और कश्मीर के लाल चौक पर 160 फीट लंबा तिरंगा फहराने जैसे कार्य सनातन की रक्षा के लिएl हिंदू धर्म की महिलाओं को अपमानित करने वाले बरेली के मौलाना तौकीर रजा के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाया और उसको जेल भिजवाया जैसे अनगिनत कार्य सनातन की रक्षा के लिए कर भारतवर्ष में अपनी पहचान बनायी बरेली में स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर 250 वर्ष से अधिक पौराणिक मंदिर पर मुस्लिम समुदाय द्वारा कब्जा करने पर उनके विरुद्ध कार्यवाही करवाई और मंदिर को मुक्त कराया.

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References[edit]