User:Abhiwe
वो गीत कभी गुनगुनाया ही नही गया गाया ही नही गया सूना ही नही गया सूनाया ही नही गया नई िपढी को बताया ही नही गया गीत मेरे देश के वीरों की शहादत का िसर्फ िछपाया ही नही गया दफनाया भी गया है िकस्सा उनके ब िलदान का कभी िल खा ही नही गया पढा ही नही गया पढाया ही नही गया अक्षरो क िसर्फ िम टाया ही नही गया झूठी अं िहसा की आड़ में सच्चे शहीदो को सम्मान कभी िदलाया ही नही गया