User:Sahajyog/sandbox

From Wikipedia, the free encyclopedia

जब-जब भी संसार में माहन आत्माएं, संत, सूफी, पैगम्बर या अवतार आते हैं तो वह संसार के कल्याण के लिए जीवन भर कार्य करते हैं व मानव जाति के उत्थान के लिए प्रयासरत रहते हैं व मानव जाति की समस्या का हल खोज कर प्रदान करते हैं। इसी तरह श्री माता जी निर्मला देवी महा-अवतार के रूप में इस धरती पर आईं और उन्होंने समस्त मानव जाति को अपनी सभी समस्याओं से मुक्ति व मानव उत्थान की आसान राह पाँचों तत्वों और अपने शरीर की सकारात्मक ऊर्जा (Positive Energy) को प्रयोग करने की विधी प्रदान की जिसे सहजयोग के नाम से जाना जाता है। श्री माता जी द्वारा दी गई इस विधि से हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई जैसे सभी धर्मों का कल्याण व संसार में व्याप्त अनेकों समस्याओं का समाधान संभव है।

Sahaja Yoga

इसी विश्व हित के कर्य को जन-जन तक पहुँचाने के लक्ष्य को लेकर स्पिरिचुअल फाउंडेशन की स्थापना 22 जून 2012 को हुई जो भारत के कोने-कोने में जाकर पूरे मानव समाज में जगृति देने का कार्य करती है।

स्पिरिचुअल फाउंडेशन की सेवाएं[edit]

स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना- स्पिरिचुअल फाउंडेशन के सदस्य प्रत्येक गाँव, शहर, व राज्य में जाकर सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित करते हैं और लोगों को आत्मसक्षात्कार प्रदान करते हैं। साथ ही सकारात्मक ऊर्जा का प्रत्यक्ष अनुभव लोगों को कराते हैं। ये सदस्य पंचतत्वों – जल, अग्नि, वायु, पृथ्वी, आकाश के प्रयोग से सभी लाइलाज बीमारियों के इलाज की विधि बताते हैं जिसके प्रयोग से रोगी और उसके परिवार वाले अपने घर बैठे ही बिना दवाई, बिना पैसे के स्वास्थ्य लाभ प्राप्त करते हैं।

कृषि एवं पशु पालन में लाभ[edit]

किसानों को सहज कृषि करने के तरीके बातए जाते हैं और बीमार पशुओं कोभी राहत प्रदान की जाती है। इस विशेष विधि के प्रयोग से फसल में अभूतपूर्व उन्नति देखी गई है।

विद्यार्थियों की स्मरण शक्ति में वृद्धि करना- स्पिरिचुअल फाउंडेशन स्कूलों, कॉलेजों और दूसरे प्रशिक्षण संस्थानों में अपने कार्यक्रम आयोजित कर विद्यार्थियों क्षमताओं में वृद्धि करने विधि बताई जाती है। विद्यार्थियों को पढ़ाई करते समय आने वाली नींद और आलस्य पर कैसे विजय पाई जाए और पढ़ाई में चित्त एकाग्र करने के लिए कैसे सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव हो इसके गुण सिखाए जाते हैं। बच्चे स्वयं भी इसका लाभ ले सकते हैं या फिर उनके माता-पिता इसका लाभ अपने बच्चों को प्रदान कर सकते हैं। जिस से देश का भविश्य दुनिया पर शाशन करे।

तनाव और चिंता से मुक्ति प्रदान करना

व्यावसायिक और सरकारी कार्यलयों अथवा अन्य सार्वजनिक स्थानों पर तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। कार्य के स्थान पर तनाव ही हमारी जिंदगी में को कई परेशानियों से भर देता है। इस तनाव के कारण ही घरों में रिश्तों में भी तनव की स्थिति पैदा हो जाती है। जिसके कारण मन अशांत रहता है और बीमारिओं का घर बन जाता है। इस तनाव से मुक्ति दिलाने के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं। जिसमें शरीर की सकारात्मक ऊर्जा का अनुभव प्रदान कर लोगों को तनाव मुक्त और मानसिक शांति और सुख प्रदान किया जाता है।

आपराधिक प्रवृत्ति का नाश

समाज में फैल रही आपराधिक प्रवृत्ति को कम करने के लिए स्पिरिचुअल फाउंडेशन जेलों में भी कार्यक्रम आयोजित करते हैं। इसके अंतर्गत जेल में बंद लोगों को आत्मसाक्षात्कार प्रदान कर उनके मन को सकारात्मक विचारों से नई दिशा प्रदान की जाती है ताकि वो आपराधिक मानसिकात से संबंध तोड़कर एक खुशहाल जीवन व्यतीत कर सकें। इस में नारी सम्मान, पराए धान का हरण, आदि से दूर रहने और मानव जाति से प्रेम और सद्भावना बनाए रखने की प्रवृत्ति स्थापित की जाती है।

जातिवाद, भेदभाव, साम्प्रदायिकता व आतंकवाद को रोकना

सहजयोग के सिद्धात सभी धर्मों का सम्मान करना सिखाते हैं। व समस्त मानव जाति में सद्भावना और प्रेम की भावना जागृत करना स्पिरिचुअल फाउंडेशन अपने कार्यक्रमों के माध्यम से करती है। सहजयोग में सभी धर्मों का महत्व है। इसमें सभी धर्मों की मान्यताओं का सम्मान ही नहीं बल्कि उनका समर्थन भी किया गया। लेकिन लोगों को धर्म के नाम पर भ्रमित करने वालों की पहचान करने की विधि भी बाताई है। सहजयोग की प्रदाता परमपूज्य माता जी श्री निर्मला देवी ने हर धर्म के लोगों को अपने धर्म में आस्था रखते हिए सहजयोग के माध्मय से समाज में एकता और आपसी सौहर्द स्थापित किया जा सकता है। स्पिरिचुअल फाउंडेशन के कार्यक्रमों के आयोजन से लोगों में आपसी भाईचारा बढ़ा है।

अन्धविश्वास व अन्धश्रद्धा रोकना

अधिकतर देखा गया है कि जो रगो 5 वक्त की नामाज अदा करते हैं और रोजना मंदिर, चर्च, गुरुद्वारा जाते हैं वो अधिकतर बीमार और दुखी रहते हैं। इसका कराण क्या है इसके बारे में कोई आध्यात्मिक गुरु और ज्ञानी या वैज्ञानिक नहीं बाता पाता। लेकिन सहजयोग में श्रीमाता जी निर्मला देवी जी ने सिद्ध किया है और आज उनके उच्च कोटि के शिष्य भी सिद्ध करते हैं कि बिना आत्म साक्षात्कार के कोई भी पूजा, इबादत, करेंगे तो वो परमात्मा तक नहीं पहुंचती उस परम शक्ति तक जिस तक आप आपनी प्रार्थाना पहुंचाना चाहते हैं। सहजयोग के माध्यम से हम उस परम शक्ति से जुड़ जाते हैं जो पूरी सृष्टि को संचालित कर रही है। परमात्मा से उस संबंध को हम अपने हाथों की हथेलियों व सिर के तालू भाग पर अनुभव करते हैं और तभी हमारा संबंध परमात्रमा से जुड़ता है। अन्यथा नहीं। दुर्घटना और अपंगता रोकना

सहजयोग ने यह सिद्ध किया है कि बच्चे अपंग व मंदबुद्धि उन लोगों के यहां जन्म लेते हैं जिनके परिवार के सदस्य कुगुरुओं के यहां जाते हैं। जो लोग धागे, विभूति, ताबीज, अंगूठी, मंत्र जाप का प्रयोग करते हैं और बिना और उपवास रखते हैं। ऐसे लोगों की अचानक दुघटना भी हो जाती है। स्पिरिचुअल फाउंडेशन आपको सही आध्यत्म का रास्ता बाताती है सहजयोग के बारे में लोगों को जागृत करती है। झूठे अध्यात्म के नाम पर डूबते मानव समाजो को सही राह दिखाने के लिए लोगों को आत्मसाक्षात्कार प्रदान करके उन्हें सही परमात्मा से जोड़ने का कार्य कर रही है। पर्यावरण संतुलन- जब मनुष्य का संबंध डिवाइन पावर और सकारात्मक ऊर्जा से हो जाता है तब मनुष्य के अंदर की सकारात्मक शक्ति का असर अपने आस-पास के पर्यावरण पर भी पड़ता है। इस तरह के लोगों की संख्या बढ़ने से पाँचों तत्वों में संतुलन स्थापित होता है। जिसमें प्राकृतिक आपदाएं जैसे भूकंप, बाढ़, आदि से रुक जाते हैं। और प्रदूषण की समस्या भी दूर हो जाती है।